Thursday, January 13, 2022

सुनो!!

सुनो!!
कल कुछ ऐसा हुआ
कि मैंने एक कविता को पढ़ा,
फिर पढ़ा,
फिर एक बार पढ़ा,
कविता सांस के साथ थी,
कविता स्वस्थ और भली थी,
कविता हंसी के साथ थी,
कविता का दिल भी धड़क रहा था,
कविता बाअसर थी,
बावजूद मैंने उसे उठाया,
और आपरेशन टेबल पर धर दिया,
और उसका डिसेक्शन करने लग गया!
मुझे कुछ हासिल न हुआ!
कविता ने कल  आपरेशन टेबल पर दम तोड़ दिया!!
आज तिथि 14/01/20220 को

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